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7 Jun 2024 · 1 min read

संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह

संस्कारों का चोला जबरजस्ती पहना नहीं जा सकता है यह
स्वतः ही मन, वचन, और कर्मों से नज़र आता है लेकिन कुंठित मानसिकता के लोगों को यह दिखावा ही नज़र आता है उनके लिए बीड़ी, सिगरेट, जुआं, पान मसाला, अश्लीलता फैलाना आधुनिकता की निशानी माना जाता है धन्य हैं ऐसी मानसिकता के लोग 🙏🙏
_ सोनम पुनीत दुबे

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