Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 May 2024 · 1 min read

संसार में सबसे “सच्ची” वो दो औरतें हैं, जो टीव्ही पर ख़ुद क़ुब

संसार में सबसे “सच्ची” वो दो औरतें हैं, जो टीव्ही पर ख़ुद क़ुबूल करती हैं कि उन्हें “टेस्टी राजमा बनाना आज तक नहीं आया।”
😊प्रणय प्रभात😊

1 Like · 81 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
#हिरोशिमा_दिवस_आज
#हिरोशिमा_दिवस_आज
*प्रणय*
तुम्हे देख कर ही ऐसा महसूस होता है
तुम्हे देख कर ही ऐसा महसूस होता है
Ranjeet kumar patre
बलात्कार जैसे घृणित कार्य की दुर्भावना भारत जैसे देश में हाव
बलात्कार जैसे घृणित कार्य की दुर्भावना भारत जैसे देश में हाव
Rj Anand Prajapati
गिदान बादामसी
गिदान बादामसी
Dr. Kishan tandon kranti
सच्चे होकर भी हम हारे हैं
सच्चे होकर भी हम हारे हैं
नूरफातिमा खातून नूरी
जिस मीडिया को जनता के लिए मोमबत्ती बनना चाहिए था, आज वह सत्त
जिस मीडिया को जनता के लिए मोमबत्ती बनना चाहिए था, आज वह सत्त
शेखर सिंह
भूलना
भूलना
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
Sahityapedia
Sahityapedia
भरत कुमार सोलंकी
कुछ लोगों का प्यार जिस्म की जरुरत से कहीं ऊपर होता है...!!
कुछ लोगों का प्यार जिस्म की जरुरत से कहीं ऊपर होता है...!!
Ravi Betulwala
ना जाने कब किस मोड़ पे क्या होगा,
ना जाने कब किस मोड़ पे क्या होगा,
Ajit Kumar "Karn"
अगर
अगर "स्टैच्यू" कह के रोक लेते समय को ........
Atul "Krishn"
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
खुशी तो आज भी गांव के पुराने घरों में ही मिलती है 🏡
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बचपन और पचपन
बचपन और पचपन
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
अज़ीम हिन्दुस्तान ...
अज़ीम हिन्दुस्तान ...
SURYA PRAKASH SHARMA
कांधा होता हूं
कांधा होता हूं
Dheerja Sharma
*दो टूक बात*
*दो टूक बात*
pratibha Dwivedi urf muskan Sagar Madhya Pradesh
मन मेरा दर्पण
मन मेरा दर्पण
शालिनी राय 'डिम्पल'✍️
मेरा कल! कैसा है रे तू
मेरा कल! कैसा है रे तू
Arun Prasad
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
डॉ अरूण कुमार शास्त्री,
डॉ अरूण कुमार शास्त्री,
DR ARUN KUMAR SHASTRI
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
गुरु की महिमा
गुरु की महिमा
Anamika Tiwari 'annpurna '
" मुरादें पूरी "
DrLakshman Jha Parimal
वो गुलमोहर जो कभी, ख्वाहिशों में गिरा करती थी।
वो गुलमोहर जो कभी, ख्वाहिशों में गिरा करती थी।
Manisha Manjari
लगाकर तू दिल किसी से
लगाकर तू दिल किसी से
gurudeenverma198
क्रोध...
क्रोध...
ओंकार मिश्र
मुक्तक
मुक्तक
पंकज कुमार कर्ण
माखन चौर
माखन चौर
SZUBAIR KHAN KHAN
अच्छी थी पगडंडी अपनी।सड़कों पर तो जाम बहुत है।।
अच्छी थी पगडंडी अपनी।सड़कों पर तो जाम बहुत है।।
पूर्वार्थ
3282.*पूर्णिका*
3282.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...