संसार में मनुष्य ही एक मात्र,
संसार में मनुष्य ही एक मात्र,
ऐसा प्राणी है।
जिसका जहर दांतों में नहीं,
बातों में होता है।
!सेवा जोहार!
संसार में मनुष्य ही एक मात्र,
ऐसा प्राणी है।
जिसका जहर दांतों में नहीं,
बातों में होता है।
!सेवा जोहार!