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6 Apr 2022 · 1 min read

संसार, असत्य में समाया l

संसार, असत्य में समाया l
बस बद माया का, सरमाया ll

बड़ी ही व्यथा व्यथा, सत्य की दरिद्रता l
बसी बुद्धिहीनता, कहाँ है मानवता ll

मानव मन में महके, जो मानव मन मनाये l
मानव मन मरे मरे, जो मानव मन मिटाये ll

अरविन्द व्यास “प्यास”
व्योमत्न

Language: Hindi
1 Like · 117 Views
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