संविधान
सागर की क़लम से
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संविधान ने ही दिया, हमको ये सम्मान ।
26 जनवरी मना रहे, और गा रहे गान।।
और गा रहे गान, करिश्मा अंबेडकर का।
जिसने रचा विधान, यहां एक- एक जन का।
कह सागर कविराय ,नमन उस महापुरुष को।
कलम ने जिसके बदल दिया, भारत के कल को।।
======बेखौफ शायर
डॉ.नरेश कुमार “सागर”