संविधान की बात करो सब केवल इतनी मर्जी है।
संविधान की बात करो सब केवल इतनी मर्जी है।
ऊंच नीच की बात मुझे बस केवल लगती फर्जी है।
विश्व गुरू बनने की हसरत मन के अन्दर पाली हो।
सम्यक ज्ञान प्रखर सुख वाली बुद्ध राह की अर्जी है।।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर ‘