Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2018 · 1 min read

संवाद -बहुत काम की बात

संवाद -बहुत काम की बात

अभी उसको रहने दो,
अपने आप में, कुछ भी कहना ठीक नही है।
हां, अपने आप सब ठीक हो जाएगा।
आंप नॉर्मल व्यवहार ही रखो,हर रोज़ की तरह।
मुझे पता था कि इसका exam क्लियर नही होगा
लेकिन मैं इससे बात करता रहा,,और कहता रहा कि चिंता न करो,,
क्योंकि इंसान अपनी परिस्थिति को खुद ही समझ कर ,खुद को संभाल लेता है।
आप यह सब मत करो,,
एक्स्ट्रा केयर इंसान को फिर से वहीं ले जाती ,,
मतलब वह फिर से दुखी हो जाता है,,
आपकी बात को समझने के वजाए अंदर ही अंदर अफसोस करने लगता है।
इस प्रकार उसका दुख कम नही होता बल्कि बढ़ जाता है।

बात -चीत के अंशो पर आधारित सर्वाधिकार सुरक्षित 30/07/18 राजेंद्र सिंह

Language: Hindi
Tag: लेख
223 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
हमारी काबिलियत को वो तय करते हैं,
Dr. Man Mohan Krishna
"बिन तेरे"
Dr. Kishan tandon kranti
#शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा
#शीर्षक- 55 वर्ष, बचपन का पंखा
Anil chobisa
दुख वो नहीं होता,
दुख वो नहीं होता,
Vishal babu (vishu)
🌹लाफ्टर थेरेपी!हे हे हे हे यू लाफ्टर थेरेपी🌹
🌹लाफ्टर थेरेपी!हे हे हे हे यू लाफ्टर थेरेपी🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पर्यावरण
पर्यावरण
Manu Vashistha
* कुछ पता चलता नहीं *
* कुछ पता चलता नहीं *
surenderpal vaidya
#शारदीय_नवरात्रि
#शारदीय_नवरात्रि
*Author प्रणय प्रभात*
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
भरी रंग से जिंदगी, कह होली त्योहार।
Suryakant Dwivedi
माँ
माँ
Er. Sanjay Shrivastava
हे! नव युवको !
हे! नव युवको !
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अर्ज किया है
अर्ज किया है
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
हुआ पिया का आगमन
हुआ पिया का आगमन
लक्ष्मी सिंह
यकीन
यकीन
Sidhartha Mishra
अफवाह एक ऐसा धुआं है को बिना किसी आग के उठता है।
अफवाह एक ऐसा धुआं है को बिना किसी आग के उठता है।
Rj Anand Prajapati
मां की ममता जब रोती है
मां की ममता जब रोती है
Harminder Kaur
गांव की ख्वाइश है शहर हो जानें की और जो गांव हो चुके हैं शहर
गांव की ख्वाइश है शहर हो जानें की और जो गांव हो चुके हैं शहर
Soniya Goswami
*नभ में सबसे उच्च तिरंगा, भारत का फहराऍंगे (देशभक्ति गीत)*
*नभ में सबसे उच्च तिरंगा, भारत का फहराऍंगे (देशभक्ति गीत)*
Ravi Prakash
नारी की स्वतंत्रता
नारी की स्वतंत्रता
SURYA PRAKASH SHARMA
इश्क बेहिसाब कीजिए
इश्क बेहिसाब कीजिए
साहित्य गौरव
श्री शूलपाणि
श्री शूलपाणि
Vivek saswat Shukla
तुझे भूलना इतना आसां नही है
तुझे भूलना इतना आसां नही है
Bhupendra Rawat
वंशवादी जहर फैला है हवा में
वंशवादी जहर फैला है हवा में
महेश चन्द्र त्रिपाठी
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
चांद सितारे चाहत हैं तुम्हारी......
Neeraj Agarwal
खुदा को ढूँढा दैरो -हरम में
खुदा को ढूँढा दैरो -हरम में
shabina. Naaz
जब किसी बज़्म तेरी बात आई ।
जब किसी बज़्म तेरी बात आई ।
Neelam Sharma
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी
आखिर मैंने भी कवि बनने की ठानी
Dr MusafiR BaithA
23/130.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/130.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
सजन के संग होली में, खिलें सब रंग होली में।
डॉ.सीमा अग्रवाल
असफल कवि
असफल कवि
Shekhar Chandra Mitra
Loading...