Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
10 Jun 2024 · 1 min read

संवादरहित मित्रों से जुड़ना मुझे भाता नहीं,

संवादरहित मित्रों से जुड़ना मुझे भाता नहीं,
इंतज़ार बहुत दिनों तक मुझे सुहाता नहीं !!
जब उन्हें फुर्सत नहीं अपने मित्रों को जाने !
तब क्यूँ हम उनकी फितरत को पहचाने!! @ परिमल

69 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
मोहब्बत जताई गई, इश्क फरमाया गया
Kumar lalit
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
जीवन दर्शन मेरी नजर से ...
Satya Prakash Sharma
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
गुलशन की पहचान गुलज़ार से होती है,
Rajesh Kumar Arjun
■ पसंद अपनी-अपनी, शौक़ अपने-अपने। 😊😊
■ पसंद अपनी-अपनी, शौक़ अपने-अपने। 😊😊
*प्रणय प्रभात*
*दौड़ा लो आया शरद, लिए शीत-व्यवहार【कुंडलिया】*
*दौड़ा लो आया शरद, लिए शीत-व्यवहार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
मुझको तो घर जाना है
मुझको तो घर जाना है
Karuna Goswami
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
"वक्त के पाँव में"
Dr. Kishan tandon kranti
42...Mutdaarik musamman saalim
42...Mutdaarik musamman saalim
sushil yadav
यादें....!!!!!
यादें....!!!!!
Jyoti Khari
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
कुछ अनुभव एक उम्र दे जाते हैं ,
Pramila sultan
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
वो नेमतों की अदाबत है ज़माने की गुलाम है ।
Phool gufran
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
जय जय राजस्थान
जय जय राजस्थान
Ravi Yadav
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह ✍️
शेखर सिंह
यदि आपके पास नकारात्मक प्रकृति और प्रवृत्ति के लोग हैं तो उन
यदि आपके पास नकारात्मक प्रकृति और प्रवृत्ति के लोग हैं तो उन
Abhishek Kumar Singh
किसने कहा पराई होती है बेटियां
किसने कहा पराई होती है बेटियां
Radheshyam Khatik
"उड़ान"
Yogendra Chaturwedi
Preschool Franchise in India - Alphabetz
Preschool Franchise in India - Alphabetz
Alphabetz
आहत हो कर बापू बोले
आहत हो कर बापू बोले
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आशीष के दीप है जलाती, दुखों के तम से बचाती है माँ।
आशीष के दीप है जलाती, दुखों के तम से बचाती है माँ।
Dr Archana Gupta
हरा नहीं रहता
हरा नहीं रहता
Dr fauzia Naseem shad
जाने वाले साल को सलाम ,
जाने वाले साल को सलाम ,
Dr. Man Mohan Krishna
3022.*पूर्णिका*
3022.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आज के रिश्ते
आज के रिश्ते
पूर्वार्थ
मुक्तक... हंसगति छन्द
मुक्तक... हंसगति छन्द
डॉ.सीमा अग्रवाल
चाँदनी .....
चाँदनी .....
sushil sarna
Loading...