Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Mar 2020 · 1 min read

*संभल कर चल* *

फिजाओं में जहर है संभल कर चल
अब टूटा कहर है संभल कर चल

मत दिखा होशियारी अपनी यहां
जब उसकी लहर है संभल कर चल

कदमों को रोक कुछ पलों के लिए
यह तेरा ही शहर है संभल कर चल

वक्त भी रुका है यह एहसास कर
अरे सूनी डगर है संभल कर चल

देश के सपूत भी चौकन्ने हो गए हैं
अब पैनी नजर है संभल कर चल

” प्रशांत शर्मा सरल’

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 659 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ग़ज़ल _ मुहब्बत में बहके , क़दम उठते उठते ,
ग़ज़ल _ मुहब्बत में बहके , क़दम उठते उठते ,
Neelofar Khan
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
जो प्राप्त है वो पर्याप्त है
Sonam Puneet Dubey
दीप की अभिलाषा।
दीप की अभिलाषा।
Kuldeep mishra (KD)
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
जीवन के उपन्यास के कलाकार हैं ईश्वर
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
धमकी तुमने दे डाली
धमकी तुमने दे डाली
Shravan singh
ये जो दुनियादारी समझाते फिरते हैं,
ये जो दुनियादारी समझाते फिरते हैं,
ओसमणी साहू 'ओश'
ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी
ख़ामोशी फिर चीख़ पड़ी थी
अरशद रसूल बदायूंनी
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
दीवाने खाटू धाम के चले हैं दिल थाम के
Khaimsingh Saini
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
*डॉक्टर किशोरी लाल: एक मुलाकात*
Ravi Prakash
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
हम बस अपने कर्म कर रहे हैं...
Ajit Kumar "Karn"
आज बगिया में था सम्मेलन
आज बगिया में था सम्मेलन
VINOD CHAUHAN
"जीवन का आनन्द"
Dr. Kishan tandon kranti
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
🌸 आने वाला वक़्त 🌸
Mahima shukla
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
आइना फिर से जोड़ दोगे क्या..?
पंकज परिंदा
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
पुरानी यादें ताज़ा कर रही है।
Manoj Mahato
महोब्बत करो तो सावले रंग से करना गुरु
महोब्बत करो तो सावले रंग से करना गुरु
शेखर सिंह
ज़माना साथ होगा
ज़माना साथ होगा
Surinder blackpen
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
नैनीताल ही हवा ताजी नहीं जहरीली है !!!!
Rakshita Bora
सरस्वती वंदना
सरस्वती वंदना
MEENU SHARMA
ऋतु गर्मी की आ गई,
ऋतु गर्मी की आ गई,
Vedha Singh
If you want to be in my life, I have to give you two news...
If you want to be in my life, I have to give you two news...
पूर्वार्थ
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
शुरुआत में खामोशी समझने वाले लोग
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बाक़ी है..!
बाक़ी है..!
Srishty Bansal
3745.💐 *पूर्णिका* 💐
3745.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
युग युवा
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
जीवन मे दोस्ती ऐसे इंसान से करो जो आपको भी समय आने पर सहायता
जीवन मे दोस्ती ऐसे इंसान से करो जो आपको भी समय आने पर सहायता
रुपेश कुमार
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
पहाड़ के गांव,एक गांव से पलायन पर मेरे भाव ,
Mohan Pandey
दिल का हर अरमां।
दिल का हर अरमां।
Taj Mohammad
प्रेम न माने जीत को,
प्रेम न माने जीत को,
sushil sarna
Loading...