‘संबंध और संबंधी’
पत्नी को पति के परिवार वाले पसंद नहीं आते पर पति को इससे कोई दिक्कत नहीं आती अतिथि के रूप में । पर इनमें थोड़ा फर्क होता है। पति के परिवार वाले अधिकार जताते हैं वे चाहते हैं उनके अनुसार उनकी आवभगत में कमी न रहे।मीन मेख निकालने में कसर नहीं छोड़ते। पर पत्नी के परिवार वाले संकोच में रहते हैं और अधिकार और सेवा की तो वो सोचते तक नहीं उल्टा जाते वक्त एक का सवा ही लौटाकर जाते हैं।
पति के परिवार के सदस्य जब पत्नी के मायके भी जाते हैं तो वहाँ भी वो यही चाहते हैं उनकी आवभगत में कमी न रहे । और कुछ उपहार भी मिले।
ये परम्परा बदलनी चाहिए। दोनों घर में एक दूसरे को सम्मान मिले। कोई बड़ा छोटा नहीं । पति के घर से भी पत्नी के मायके वालों को उपहार दिया जा सकता है। ऐसी परंपरा हो तो संबंध मधुर बने रहेंगे ।
-Gn