संपादकीय राजसत्ता
*धर्म, राजसत्ता प्राप्त करने का मुख्य द्वार है @कथन @बाबा साहेब
?
प्रवेश द्वार
किसे बताया गया
और
क्यों
?
क्योंकि भीड़ से
सृजन औद विनाश
करवा लेना.
दोनों ही
?
किसके हाथ मे है
जो चिकनी/चुपडी बात करेगा.
कथा/कहानियों से जो सुलाने का काम करे.
जो आपको अपनी जरूरतों से दूर ले जा सके.
जो आपको आभास ही न होने दे.
कि आपके साथ हो क्या रहा है.
जिसे दुनिया ठग कहे.
और
आपको वह प्यारा लगे.
उसके.
.
और हो क्या रहा है.
विरोधाभास
या
सम-पूरक
.
धर्म स्वभाव/निसर्ग का अध्ययन है.
राजनीति धर्म का अनुकरण नहीं हैं
राजनीति में क्रिया-प्रतिक्रिया के प्रबंधन में विषय
धर्म का विकृत रुप राजनीति
विज्ञान एक स्पष्टीकरण
जानकर ही पुष्टि संभव.
आस्था और विश्वास सहारे हो सकते है.
साधन नहीं
.
जी हाँ,
*शब्द भी *दौडते है,
पैरों के निशान भी छोडते हैं,
दौडते रहिये
Mahender Singh Hans