संत रविदास जी महाराज
…… गुरु संत रैदास जी महाराज
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जाति का आडंबर तोड़ा ।
मनुवाद का मटका फोड़ा ।।
मन चंगा तो कठौती में गंगा।
पाखंडवादी ढोल को फोड़ा।।
सारी दुनिया चमार बता कर ।
वर्णवाद के ब्रह्म को तोड़ा।।
तुम रैदास गुरु जी हमारे।
मानव को मानव से जोड़ा ।।
ऊंच-नीच के भेद सब झूठे।
तुमने सच से रिश्ता जोड़ा।।
तुम गुरुओं के गुरु मसीहा।
ग्रंथ साहब से आप को जोड़ा।।
संत कबीर दीवाने तेरे ।
मीरा का मन तुमने मोड़ा ।।
कछु नहीं मंदिर वंदिर में।
राज ये पहले तुमने खोला।।
अन्न, जल, सम्मान बराबर।
तुमने ये आंदोलन छेड़ा ।।
जातिवाद के चलते तुमको ।
इस भारत ने पीछे छोड़ा।।
मगर सूर्य कब छुपता है ।
एक-एक शब्द को सच से तौला।।
तेरी तूती दुनिया भर में।
” सागर” ने ये भेद है खोला।।
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जनकवि/बेखौफ शायर
डॉ.नरेश “सागर”
इंटरनेशनल साहित्य अवार्ड से सम्मानित
09/02/2022….9149087291