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30 Jan 2022 · 1 min read

संत था वो एक महान

संत था वो एक महान
दिया जिसने देश की खातिर बलिदान

चलता था लाठी को ले पहनकर धोती
बुनता चरखे से वस्त्रों को एक साथ

करके आंदोलन ढेर सारे
बचाया देश को गुलामी से
फिरंगियों से आजाद कराके
बढाई उसने भारत की शान

कूद पड़ा लडाई में आज़ादी की
दिलाकर आज़ादी रच लिया नया
संविधान

जा रहे थे प्रार्थना सभा होके बेखबर
और अनजान
आया एक हत्यारा उसने ले लिए
बापू के प्राण
बोल पाए तो बस हे राम
ऐसे हमारे बापू गांधी ने गवाई
अपनी जान।।

“कविता चौहान”
स्वरचित एवं मौलिक

Language: Hindi
2 Likes · 221 Views
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