संघर्ष
पल पल करके ही यहाँ,रहें बीतते वर्ष
होते लेकिन कम नहीं, जीवन के संघर्ष
संघर्षों से सीख ली , हमने तो इक बात
हिम्मत से कर सामना ,मिलती भी सौगात
खाली जाते हैं नही , जीवन के संघर्ष
अनुभव के भी रूप में ,ये देते निष्कर्ष
जूझे इनसे रात दिन ,मिला न पर आराम
जीवन पूरा हो गया , संघर्षों के नाम
जीवन के संघर्ष में,होकर कुछ मजबूर
पढ़ लिख कर भी देखिये ,बन जाते मजदूर
डॉ अर्चना गुप्ता