संघर्ष और विधार्थी
संघर्ष ही जीवन का हिस्सा है,
मंजिल ही जीवन का किस्सा है।
विद्यार्थी बन मंजिल को पाना है,
राही बन मंजिल तक जाना है।
असफलता ही इनके जीवन का हिस्सा है,
सफलता ही इनके जीवन का किस्सा है।
मां के सपनों को पूरा करना है,
पिता के उम्मीदों पर खरा उतरना है।
दूसरों से पहले इन्हें खुद को जितना है,
दूसरों से पहले इन्हें लक्ष्य को भेदना है।
रातों से इन्हें लड़ना पड़ता है,
खुद को इन्हें जितना पड़ता है।
संघर्ष ही जीवन का हिस्सा है,
मंजिल ही जीवन का किस्सा है।
कलम टूट जाती है, मुश्किलें भी हार जाती हैं
इन विद्यार्थियों के सामने, मुसीबतें भी झुक जाती हैं
मुसीबतों को आसानी से झेल लेते हैं,
उलझनों को आसानी से सुलझा लेते हैं।
विद्यार्थियों का दर्पण पुस्तक हैं,
श्रृंगार इनका विद्या है
आदर्शवादी चंचलता सहनशीलता,
यही इनका परिधान है
हम विद्यार्थियों की यही पहचान है,
न कोई जाति नहीं कोई धर्म।
क्योंकि हम विद्यार्थी हैं।
इतने मजबूत हैं हौसले,
टूट जाये पहाड़ पर नहीं टूटेगा हम विद्यार्थियों का हौसला।
संघर्ष ही जीवन का हिस्सा है,
मंजिल ही जीवन का किस्सा है।