संगदिल बरखा रानी
तू तो न बरसी ,ऐ बरखा रानी ,
मगर बरस गये हमारे नैन ।
उफ़ ! कितनी कठोर है तू ,ऐ संगदिल !
तेरा दिल नहीं पिघलता ,सुन कर हमारे बेन ।
तू तो न बरसी ,ऐ बरखा रानी ,
मगर बरस गये हमारे नैन ।
उफ़ ! कितनी कठोर है तू ,ऐ संगदिल !
तेरा दिल नहीं पिघलता ,सुन कर हमारे बेन ।