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23 Jan 2022 · 2 min read

“ संकीर्णता मे कहिया धरि ?”

डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
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आइ हमरालोकनि कूपमंडूक बनल रहितहूँ जों इ दिव्य अस्त्र गूगल नहि सुसज्जित केने रहितैथ ! भाषा ,संस्कृति ,सभ्यता ,रीति -रिवाज ,वेष -भूषा ,आचार -विचार आ राजनीतिक गतिविधि क अवलोकन चुटकी बाजा कें जानि लिय ! द्रुत संवादक श्रेणी मे हम सब आबि गेल छी ! समस्त विश्व से हमरलोकनिक संबंध स्थापित भऽ गेल अछि ! परस्पर आदान -प्रदान सं बौद्धिक जागरण ,सामाजिक परिवेश ,सहयोग ,साहित्य क विकास आ संगे -संगे भाषा सीखबा लेल एकटा उपयुक्त मंच भेट गेल अछि !

पत्र लेखन ,लेख ,कविता ,लघु कथा ,उपन्यास ,संगीत ,गायन आ अनेको विधाक सामान्य बनेबाक श्रेय एक मात्र एहि आधुनिक यंत्र केँ देल जा सकैत अछि ! विश्व केँ कोनो कोण मे कियो रहत वीडियो कॉल सं संपर्क स्थापित क सकैत छी ! भाषा आ लिपि क अनुवाद सहज भऽ गेल अछि ! विश्व स्तरक तीनटा ग्रुप सं हमहूँ जुड़ल छी !
एकटा -World Literary Union ,
दोसर-World Literature Academy आ
तेसर -World Union of Humanists !
समस्त विश्व क लोक एहि ग्रुप सं जुड़ल छथि ! नहि भाषा मे मेल छनि ,नहि साहित्य मे समानता आ नहि वेष -भूषा मे एकरूपता तथापि हमरा लोकनि बहुत सहजता सं हुनका लोकनिक कविता ,लेख ,लघु कथा ,संस्मरण इत्यादि हम सब बुझि जाइत छी ! आ हमर मैथिली साहित्य ,संस्कृति ,लिपि ,यज्ञ -प्रयोजन इत्यादि केँ समुचित स्थान भेटल अछि !

विदेशी आब विदेशी नहि रहला ! गूगल द्रोणाचार्य बनि गेलाह आ सम्पूर्ण विश्व धनुर्धर अर्जुन ! मुदा समस्त अस्त्र -शस्त्र रहैत हम अखनो धरि पछुआयल छी ! कतो -कतो हमरलोकनिक मैथिली ग्रुप दृगभ्रमित भेल जा रहल छी –
“ इ मैथिली ग्रुप छी ..
मात्र मिथिला मे जे रहैत छी हुनके इ ग्रुप छनि ….
बिहारी एकर सदस्य नहि भऽ सकैत छथि ,
मैथिली भाषा क आलवे कोनो आन भाषा क स्थान नहि अछि “

इ सब संकीर्णता नहि त आर की थीक ? चलू मानि लेलहूँ ! तथापि एहि ग्रुप मे बहुत रास व्यापार क प्रचार -प्रसार प्रचुर मात्रा मे होइत अछि ! राजनीति विश्लेषण ,अभद्र टीका -टिप्पणी क बाते अलग ! हिन्दी यूट्यूब क प्रचार चरम पर अछि , इत्यादि ! पारदर्शिता ,नियम ,प्रजातान्त्रिक परिवेश ,सामंजस्यपूर्ण निर्भरता ,सबहक विचारक मान्यता….. कोनो समूह ,…कोनो संगठन ..अथवा ग्रुपक लेल स्तंभ मानल जाइत अछि ! आब समय आबि गेल अछि हमरा सब केँ संकीर्णता सं निकली विश्व -विजयी बनि ! इएह कामना !
======================
डॉ लक्ष्मण झा ” परिमल ”
नाग पथ
शिव पहाड़
दुमका
झारखण्ड
भारत
23.01.2022.

Language: Maithili
Tag: लेख
325 Views

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