संकट मे है जान
बड़ों बुजुर्गों से मिला, भूल गए सब ज्ञान ।
गायब हैं संस्कार भी, संकट मे है जान ।।
संकट में है जान पर , होना नहीं निराश ।
बनकर पतझड़ में खिलो, सुंदर पुष्प पलाश ।।
संकट में हो जान या, सम्मुख हो यमराज I
जिंदा दिल हर मर्ज का , लेते ढूंढ इलाज II
रमेश शर्मा