श्वासें राधा हुईं प्राण कान्हा हुआ।
श्वासें राधा हुईं प्राण कान्हा हुआ।
आपका साँवरे दिल दिवाना हुआ।।
खुशनुमा रूह का आशियाना हुआ।।
आपका जब से जीवन में आना हुआ।।
कृष्ण नग्मों में है कृष्ण गीत-ओ-गज़ल
मन मेरा इस कदर शायराना हुआ।।
मन मुरलिया मधुर नाम कान्हा भजे ।
नाम कृष्णा नीलम आब-ओ-दाना हुआ।।
नीलम शर्मा ✍️