*श्री राधा जी (घनाक्षरी 1 )*
श्री राधा जी (घनाक्षरी 1)
(1)
नमन करोगे राधा रानी को जो हाथ जोड़
बरस सरस रस प्यार कर जाएगा
प्रेम रससिन्धु ब्रजराजरानी ने कृपा की
सॉंवला सलोना आ के लाड़ कर जाएगा
ज्ञान नहीं जगत में प्रेम-रस बड़ा हुआ
प्रेम-रस जीवन उद्धार कर जाएगा
बार-बार मन से पुकारो श्री राधिका को
असर ये मन से पुकार कर जाएगा
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रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा
रामपुर उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451