Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Jan 2024 · 1 min read

* श्री ज्ञानदायिनी स्तुति *

ज्ञानदायिनी वेद धारिणी , वीणापाणी हे ब्रह्माणी |
नमन करो स्वीकार शारदे, शुद्ध लेख मानस वाणी ||

सुरभि सी प्रसरित भुवन में –
तुम ज्ञानानिल हो जो बहो |
बुद्धिनिपुण हों ज्ञानधारी –
जन, कृतार्थ बड़भागी अहो ||
हो ज्ञानमय पावन धरा यह –
सदमार्ग, सत, सत्कर्म हों |
भाग्य फलित वह कृत्य हों –
कृत्यों में शोभित धर्म हों ||
कृत्यों में शोभित धर्म हों……………………………

– स्वरचित (मौलिक) @@@ लक्ष्मण बिजनौरी (लक्ष्मीकान्त)

1 Like · 100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
तन्हाई को जश्न दे चुका,
तन्हाई को जश्न दे चुका,
goutam shaw
Dard-e-Madhushala
Dard-e-Madhushala
Tushar Jagawat
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
जुल्फें तुम्हारी फ़िर से सवारना चाहता हूँ
The_dk_poetry
जिंदा है हम
जिंदा है हम
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
किंकर्तव्यविमूढ़
किंकर्तव्यविमूढ़
Shyam Sundar Subramanian
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
ख़बर है आपकी ‘प्रीतम’ मुहब्बत है उसे तुमसे
आर.एस. 'प्रीतम'
" पुराने साल की बिदाई "
DrLakshman Jha Parimal
कुछ लोग अच्छे होते है,
कुछ लोग अच्छे होते है,
Umender kumar
सत्य की खोज में।
सत्य की खोज में।
Taj Mohammad
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
■ श्री राधाष्टमी पर्व की मंगलकामनाएं।।
*प्रणय प्रभात*
मनुष्य और प्रकृति
मनुष्य और प्रकृति
Sanjay ' शून्य'
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
जिस प्रकार इस धरती में गुरुत्वाकर्षण समाहित है वैसे ही इंसान
Rj Anand Prajapati
नेताजी का रक्तदान
नेताजी का रक्तदान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"धरती गोल है"
Dr. Kishan tandon kranti
"" *मन तो मन है* ""
सुनीलानंद महंत
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/86.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जितना आसान है*
*जितना आसान है*
नेताम आर सी
- मर चुकी इंसानियत -
- मर चुकी इंसानियत -
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
ज़ख्म दिल में छुपा रखा है
ज़ख्म दिल में छुपा रखा है
Surinder blackpen
लेकिन, प्यार जहां में पा लिया मैंने
लेकिन, प्यार जहां में पा लिया मैंने
gurudeenverma198
मकरंद
मकरंद
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
प्रेम की परिभाषा क्या है
प्रेम की परिभाषा क्या है
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
बस करो, कितना गिरोगे...
बस करो, कितना गिरोगे...
डॉ.सीमा अग्रवाल
🌸अनसुनी 🌸
🌸अनसुनी 🌸
Mahima shukla
विश्व पर्यटन दिवस
विश्व पर्यटन दिवस
Neeraj Agarwal
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
हे दिनकर - दीपक नीलपदम्
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
चेहरे के पीछे चेहरा और उस चेहरे पर भी नकाब है।
चेहरे के पीछे चेहरा और उस चेहरे पर भी नकाब है।
सिद्धार्थ गोरखपुरी
A heart-broken Soul.
A heart-broken Soul.
Manisha Manjari
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
वन्दे मातरम वन्दे मातरम
Swami Ganganiya
अब क्या करे?
अब क्या करे?
Madhuyanka Raj
Loading...