श्री जयपाल कमान अधिकारी
*****श्री जयपाल कमान अधिकारी******
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बहुत ही कर्तव्यनिष्ठ मिलनसार है अधिकारी,
शीत, शालीन श्री जयपाल कमान अधिकारी।
नाप तोल कर बोलते हैं मधु-मृदुल-अल्पभाषी,
अपराधी तक मोम बना दें सूझवान अधिकारी।
न्यायसंगत व्यवहार निराला भी है बड़ा प्रभावी,
धर्मनिर्पेक्षी सोच के स्वामी धार्मिक अधिकारी।
वैज्ञानिक विचारधारा भी गजब बहुत निराली,
नये नये अविष्कारों के खोजकर्ता अधिकारी।
कुशल नेतृत्व करने में उनका नहीं कोई सानी,
सदैव कामयाबी के परचम लहराते अधिकारी।
चाहे कैसा भी हो माहौल कैसी हो परिस्थिति,
बुद्धिमानी से बाजी मारने वाले हैं अधिकारी।
पुलकित हर्षित मन से जन जन देते हैं विदाई,
खुशियों के मधुरिम गीत गाता रहे अधिकारी।
विदाई के अवसर पर हुई आँखें हैं भीगी सारी,
मनसीरत नम नैनों से विदा शुभेच्छु अधिकारी।
पंडित गोपाल फौजी गुणगान करता जुबानी,
सानिध्य में मिले हैं सर्वगुण सम्पन्नअधिकारी।
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सुखविंद्र सिंह मनसीरत
खेड़ी राओ वाली (कैथल)