श्री गणेश स्तुति
प्रथम सुमरिये गणपति गज आनन
वक्रतुंड विघ्नेश्वर शुभ गुण कानन
मंगलकर्ता सुख सिद्धि प्रदाता
भवताप विनाशक बुद्धि विधाता
ओमकार योगाधिप वरदायक
ईशान पुत्र हे सिद्धिविनायक
एकदन्त गौरीसुत लम्बोदर
कृपा करो अब हेरम्ब कृपा कर
शिवकुमार बिलगरामी