श्री गणेश वंदना:
श्री गणेश वंदना:
गणनाथ दया करना हम पर, शुभ कार्य तुम्हारी ही दम पर।
पथ पर कोई बाधा आये, दुःखों का बादल घिर आये।
षटदोषों का उन्मोचन कर, करुणा बरसाना उद्यम पर।।
आनंद सदन, हे विघ्नहरण, वाणी का हो सद्उच्चारण।
वर्णों की शोभा बनकर तुम, भावों में आना सरगम पर।।
कर जोड़, गणेश ! यही विनती, कर देना क्षम्य सदा गलती।
गजदन्त ज्ञान के बोधक तुम, बैठा देना पहरा तम पर ।।