श्रीराम बंदना
??श्रीराम बंदना??
हे!जगत के पालनहार प्रभु,
सबकी रक्षा करतें हैं
उर से सुमिरो रघुनंदन को,
भवसागर से पार लगाते हैं।
रामभक्त हनुमान पीड़ा सबकी हरतें हैं,
दुखियों के हैं कष्ट निवारक,
निर्बल को गले लगाते हैं।
दीनबंधु करूणानिधान,
नित्य कंरू में बंदना
कष्टों को मेरे हरो शुभम,
उर से कंरू तेरी उपासना।
विघ्नेश्वर दुख हरने वाले
दिव्य प्रकाश को फैलाओ,
मेरे जीवन की बगिया में
प्रेम की ज्योत जलाओ।
लाखों को हे!प्रभु ने तारे,
डूबों को भी किया किनारे,
छवि ईश की उज्जवल प्यारी है
प्रभु राम की महिमा अनंत न्यारी -न्यारी है———
सुषमा सिंह *उर्मि,,