श्रीभगवान बव्वा के दोहे
“श्रीभगवान बव्वा के दोहे”
बच्चों को अब दीजिए, बड़ा ज़रूरी ज्ञान ।
मात पिता के हाथ में, बसते हैं भगवान ।।
नये समय का खेल है, देखो आंखें फाड़ ।
सच का करते सामना, कांपे सबके हाड़ ।।
ठहर जरा सा लेखनी, बांध नहीं यूं बैर ।
बस कर चुप्पी साध ले, अगर चाहती खैर ।
भाई भाई का हुआ, देखो भरत मिलाप ।
राजा मैं हूं बन गया, वन में जाओ आप ।।
मांगा करता मैं सदा, बस यह ही वरदान ।
देश अगर तू मांग ले, दे दूं अपनी जान ।।
मौका हमको दीजिए, करते हैं ऐलान ।
तेरी खातिर ऐ वतन, दे देंगे हम जान ।।
बेटों ने मिलकर किया, जग से न्यारा काम ।
छोड़ दिया बस बाप को, पूजे सारे नाम ।।
आंसू सूखे आंख के, गया दया का भाव ।
केवट ने है दी डुबो, पुरूषोत्तम की नाव ।।