श्रमिक
गढ़ें जो हांथ से किस्मत करो सम्मान उनका तुम
अन्न में है लहू जिनका करो सम्मान उनका तुम
पसीना धूप को देकर तुम्हे देते सुखद छाया
प्राण उनमें भी होते हैं करो सम्मान उनका तुम
गढ़ें जो हांथ से किस्मत करो सम्मान उनका तुम
अन्न में है लहू जिनका करो सम्मान उनका तुम
पसीना धूप को देकर तुम्हे देते सुखद छाया
प्राण उनमें भी होते हैं करो सम्मान उनका तुम