श्रद्धा के दो फूल
श्री चरणों में शीश झुकाने आए हैं
कुछ कविताएँ, गीत सुनाने आए हैं
एक भले मानुष के आदर में हम भी
श्रद्धा के दो फूल चढ़ाने आए हैं
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 15/10/2024
श्री चरणों में शीश झुकाने आए हैं
कुछ कविताएँ, गीत सुनाने आए हैं
एक भले मानुष के आदर में हम भी
श्रद्धा के दो फूल चढ़ाने आए हैं
– आकाश महेशपुरी
दिनांक- 15/10/2024