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2 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

सर्द हवाएं हैं तुम्हारे रुप की गुलाबी का क्या कहना।
ठंड से ठिठुरते बदन में तुम्हारी गर्माहट का क्या कहना।
मिले जो दो फूल आपस में निकली सुगंध का क्या कहना।
सर्दी में सांसों में जो गर्माहट भर गई उसका क्या कहना।
विपिन

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