श्रंगार
आसमान की ऊंचाई से भी ऊंचे तुम्हारे प्यार पर दिल कुर्बान।
समुद्र से भी अधिक गहराई से गहरी तुम्हारी भावनाओं को मेरा प्रणाम।
अनासक्त भाव से यह दिलों का मिलन ले रहा है प्रेम की अंगड़ाइयां।
प्रेम की इस मतवाली लगन पर सौ सौ जीवन हो जाते है कुर्बान।
विपिन