Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Jul 2024 · 1 min read

श्रंगार

लाख समुद्र मिल जाए पर दिल की प्यास बाकी है।
आसमान की उंचाई मिल जाए पर दिल की उड़ान बाकी है
दायरों में नहीं सिमट सकती है मौहब्बत की चाहत।
जब तक मीत से मिलन न हो हर अरमान बाकी है।
विपिन

49 Views

You may also like these posts

रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
रससिद्धान्त मूलतः अर्थसिद्धान्त पर आधारित
कवि रमेशराज
घाव करे गंभीर
घाव करे गंभीर
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
#नारी की वेदना
#नारी की वेदना
Radheshyam Khatik
" बेघर "
Dr. Kishan tandon kranti
अपना सपना :
अपना सपना :
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
3300.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3300.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
रिश्ते निभाने के लिए,
रिश्ते निभाने के लिए,
श्याम सांवरा
कॉटेज हाउस
कॉटेज हाउस
Otteri Selvakumar
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
ये तेरी यादों के साएं मेरे रूह से हटते ही नहीं। लगता है ऐसे
Rj Anand Prajapati
वफा माँगी थी
वफा माँगी थी
Swami Ganganiya
ये क्या नज़ारा मैंने दिनभर देखा?
ये क्या नज़ारा मैंने दिनभर देखा?
Jyoti Roshni
कण कण में राम
कण कण में राम
इंजी. संजय श्रीवास्तव
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं
जो रास्ते हमें चलना सीखाते हैं
डॉ. दीपक बवेजा
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
दिल से दिल गर नहीं मिलाया होली में।
सत्य कुमार प्रेमी
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियाँ और संभावनाएं
राष्ट्र भाषा -स्वरुप, चुनौतियाँ और संभावनाएं
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आने वाले वक्त का,
आने वाले वक्त का,
sushil sarna
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
माँ सुहाग का रक्षक बाल 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सकारात्मक पुष्टि
सकारात्मक पुष्टि
पूर्वार्थ
यह तो नहीं ज़िन्दगी!
यह तो नहीं ज़िन्दगी!
AWADHESH SINHA
Love life
Love life
Buddha Prakash
मतवाला मन
मतवाला मन
Dr. Rajeev Jain
मंटू और चिड़ियाँ
मंटू और चिड़ियाँ
SHAMA PARVEEN
sp106 दीपावली -दीप + आवली
sp106 दीपावली -दीप + आवली
Manoj Shrivastava
" हय गए बचुआ फेल "-हास्य रचना
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
उनसे ही धोखा मिला ,जिन पर किया यकीन
उनसे ही धोखा मिला ,जिन पर किया यकीन
RAMESH SHARMA
बुंदेली दोहा
बुंदेली दोहा
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
शेर -
शेर -
bharat gehlot
गुल्ली डंडा
गुल्ली डंडा
विजय कुमार नामदेव
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
कैसी हसरतें हैं तुम्हारी जरा देखो तो सही
VINOD CHAUHAN
आदमी
आदमी
PRATIBHA ARYA (प्रतिभा आर्य )
Loading...