श्रंगार
कोमल पंखुड़ियों के रोमांचित स्पर्श सी मृदु हो तुम।
हृदय कमल पर विराजित प्रेम की देवी हो तुम।
श्वांस में प्रवाहित रात की रानी सी महक हो तुम।
स्वप्नों में भी राज करती मनमोहक प्रेयसी हो तुम।
विपिन
कोमल पंखुड़ियों के रोमांचित स्पर्श सी मृदु हो तुम।
हृदय कमल पर विराजित प्रेम की देवी हो तुम।
श्वांस में प्रवाहित रात की रानी सी महक हो तुम।
स्वप्नों में भी राज करती मनमोहक प्रेयसी हो तुम।
विपिन