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1 Dec 2021 · 1 min read

श्याम रंग मन को हरे,

श्याम रंग मन को हरे ,उस पर मधु मुस्कान ।
नयन चतुर रस से भरे,अभिनव सी पहचान।।
श्याम सलोने बाँकुरे, पाकर मन की थाह।
सहज -सहज रस में घुले,खोते हिय की आन।
डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

Language: Hindi
1 Like · 2 Comments · 243 Views
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