श्याम बाबा भजन अरविंद भारद्वाज
श्याम बाबा- मुझको आज बुलाया
दर पर तेरे टेकने माथा, धाम तेरे मैं. आया खाटू वाले बाबा तुमने मुझको आज बुलाया ।
थ्वजा हाथ में लेकर बाबा, दर पर जो कोई आता दर्श तेरा पाकर बाबा वो, धन्य सदा हो जाता मात-पिता से बिछड़े हुए को, तुमने आज मिलाया
तन-मन-बान से दुखी भक्तगण, दूर-दूर से आते झलक तेरी पाकर बाबा वो, झुमते नाचते गाते मूल गए जो सुध हुन जरा की, उनको याद दिलाया
हार चूकें जो मन की बाजी. श्याम तेरे दर आए आकर तेरे दर से हारे हुए को खाली हाथ न जाए बाबा तुमने, फिर से भान दिलाया ।
अरविन्दभारद्वाज