Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2022 · 1 min read

श्याम का नाम (मत्त सवैया ब्रज भाषा)

🙏
!! श्रीं !!
सुप्रभात !
जय श्री राधेकृष्ण !
शुभ हो आज का दिन !
🦚
श्याम कौ नाम
***********
जो स्याम नाम की नाव चढ़े़,
वे लाखन जन भव पार तिरे ।
जिनके हिरदै में स्याम‌ बसै,
ते सिगरे बिनकी बाँह घिरे ।।
जो नेह निभाय गये बिनते,
तिनके मन नेहा मोत झिरे ।
तू ज्योति स्याम की डोर थाम,
तौ जान दिना तेरेहु फिरे ।।2
*
राधे…राधे…!
🌹
महेश जैन ‘ज्योति’,
मथुरा !
🪴🪴🪴

Language: Hindi
163 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
मैंने जलते चूल्हे भी देखे हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
3698.💐 *पूर्णिका* 💐
3698.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
जो संघर्ष की राह पर चलते हैं, वही लोग इतिहास रचते हैं।।
Lokesh Sharma
(कहानी)
(कहानी) "सेवाराम" लेखक -लालबहादुर चौरसिया लाल
लालबहादुर चौरसिया लाल
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
भीम राव हैं , तारणहार मेरा।
Buddha Prakash
भारत का बजट
भारत का बजट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
रिश्ता ख़ामोशियों का
रिश्ता ख़ामोशियों का
Dr fauzia Naseem shad
The Nature
The Nature
Bidyadhar Mantry
फिल्म तो सती-प्रथा,
फिल्म तो सती-प्रथा,
शेखर सिंह
🚩अमर कोंच-इतिहास
🚩अमर कोंच-इतिहास
Pt. Brajesh Kumar Nayak
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
युगों की नींद से झकझोर कर जगा दो मुझे
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*जीने न दें दो नीले नयन*
*जीने न दें दो नीले नयन*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं हिन्दुस्तानी !
मैं हिन्दुस्तानी !
Shyam Sundar Subramanian
चंद्र प्रकाश द्वय:ः मधुर यादें
चंद्र प्रकाश द्वय:ः मधुर यादें
Ravi Prakash
मैं प्रगति पर हूँ ( मेरी विडम्बना )
मैं प्रगति पर हूँ ( मेरी विडम्बना )
VINOD CHAUHAN
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
विश्व कप लाना फिर एक बार, अग्रिम तुम्हें बधाई है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
9--🌸छोड़ आये वे गलियां 🌸
9--🌸छोड़ आये वे गलियां 🌸
Mahima shukla
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
जितना मिला है उतने में ही खुश रहो मेरे दोस्त
कृष्णकांत गुर्जर
"लम्हा इंतजार का"
Dr. Kishan tandon kranti
पीछे तो उसके जमाना पड़ा था, गैरों सगों का तो कुनबा खड़ा था।
पीछे तो उसके जमाना पड़ा था, गैरों सगों का तो कुनबा खड़ा था।
Sanjay ' शून्य'
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
नारी शक्ति का हो 🌹🙏सम्मान🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
नादान परिंदा
नादान परिंदा
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
◆हरे-भरे रहने के लिए ज़रूरी है जड़ से जुड़े रहना।
◆हरे-भरे रहने के लिए ज़रूरी है जड़ से जुड़े रहना।
*प्रणय प्रभात*
मुक्तक
मुक्तक
Neelofar Khan
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
तोहमतें,रूसवाईयाँ तंज़ और तन्हाईयाँ
Shweta Soni
जिंदगी झंड है,
जिंदगी झंड है,
कार्तिक नितिन शर्मा
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
वो तुम्हारी पसंद को अपना मानता है और
Rekha khichi
तुम बदल जाओगी।
तुम बदल जाओगी।
Rj Anand Prajapati
ञ'पर क्या लिखूं
ञ'पर क्या लिखूं
Satish Srijan
"रक्षाबंधन"
Shashi kala vyas
Loading...