शोध करो खोजो भाई ___ कविता
अगणित विचार भरे पड़े हैं,
हर मानव के मन में।
शोध करो खोजो भाई,
जब तक सांसे इस तन में।।
नए नए तथ्य मिलेंगे,
भावी जन जिन पे चलेंगे।।
छोड़ निराशा जगा ले आशा,
क्यों खोया खोया रहता है।
चिंतन से चैतन्य ता मिलती,
बेवक्त क्यों सोया रहता है।।
सपना सजा ले भाव जगा ले,
दिन तेरे भी बदलेंगे।
नए नए तथ्य मिलेंगे,
भावी जन जिन पे चलेंगे।।
राजेश व्यास अनुनय