शोक सभा या आनंद सभा
जाते है जरूर लोग शोक सभाओं में,
बस दुनियादारी ही निभाते है ।
बैठ के किसी कौने में बोलते ,बतियाते,
और हंसी ठिठोली परस्पर करते है।
जाते है जरूर लोग शोक सभाओं में,
बस दुनियादारी ही निभाते है ।
बैठ के किसी कौने में बोलते ,बतियाते,
और हंसी ठिठोली परस्पर करते है।