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Chintan Jain
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24 Apr 2020 · 1 min read
शेर
मैं ख्वाब भी देखूँ तो वो नज़र आती है
अब मेरी नींदे भी मेरी नही रही ।।
– चिन्तन जैन
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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