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Anoop 'Samar'
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16 Feb 2020 · 1 min read
शेर
दरिया की तरह हैं मेरा जीने का सलीक़ा!
चुपचाप से बहता हूँ और मौज में रहता हूँ!
?~अनूप एस.
Language:
Hindi
Tag:
मुक्तक
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· 466 Views
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