शे’र
शे’र
ज़िंदगी जीत की मोहताज़ नहीं दोस्तों,
हार में भी वो पैगाम देती है।
समझ जाते हैं समझने वाले,
वरना जान भी ये ही लेती है।
_______________राहुल प्रताप सिंह
शे’र
ज़िंदगी जीत की मोहताज़ नहीं दोस्तों,
हार में भी वो पैगाम देती है।
समझ जाते हैं समझने वाले,
वरना जान भी ये ही लेती है।
_______________राहुल प्रताप सिंह