अंतर्राष्ट्रीय पाई दिवस पर....
#हँसती है ज़िंदगी तो ज़िन्दा हैं
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
అందమైన తెలుగు పుస్తకానికి ఆంగ్లము అనే చెదలు పట్టాయి.
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
किसी भी बात पर अब वो गिला करने नहीं आती
"ज़िंदगी जीना ही होता है"
माँ अपने बेटे से कहती है :-