जयंती विशेष : अंबेडकर जयंती
खोजते फिरते हो पूजा स्थलों में
दश्त में शह्र की बुनियाद नहीं रख सकता
“I will keep you ‘because I prayed for you.”
मुझे तुम मिल जाओगी इतना विश्वास था
यही रात अंतिम यही रात भारी।
क्यूँ करते हो तुम हम से हिसाब किताब......
जहर मिटा लो दर्शन कर के नागेश्वर भगवान के।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
भाग्य की लकीरों में क्या रखा है
*वेद उपनिषद रामायण,गीता में काव्य समाया है (हिंदी गजल/ गीतिक
राज्य अभिषेक है, मृत्यु भोज
युग युवा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
हरे खेत खलिहान जहां पर, अब दिखते हैं बंजर,
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
अधर मौन थे, मौन मुखर था...
मेरी खुदाई
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)