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*प्रणय*
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26 Aug 2023 · 1 min read
#शेर-
#शेर-
■ एक गुज़ारिश आसमां से। ना इतना लुटाए कि बाढ़ आ जाए। ना इतना सताए कि खेत सूख जाए।
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