Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय*
68 Followers
Follow
Report this post
26 Aug 2023 · 1 min read
#शेर-
#शेर-
■ एक नए गीत का मुखड़ा हो सकती हैं यह दो पंक्तियां ।
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 238 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like these posts
मेरे अल्फाजों के
हिमांशु Kulshrestha
दिल की बातें
Ritu Asooja
🙏🙏
Neelam Sharma
क्यों गुजरते हुए लम्हों को यूं रोका करें हम,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
अनंत प्रकृति का नव आगमन
Anant Yadav
Rang zindigi ka
Duniya kitni gol hain?!?!
दिल पे कब मेरा इख़्तियार रहा ।
Dr fauzia Naseem shad
ललक लालसा और लालच
Nitin Kulkarni
कविता
Nmita Sharma
जब मैं इस धरा पर न रहूं मेरे वृक्ष
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सृजन स्वयं हो
Sanjay ' शून्य'
- हमारे खिलाफ -
bharat gehlot
*** मुफ़लिसी ***
Chunnu Lal Gupta
सरमाया – ए – हयात
Sakhi
मैंने जिसे लिखा था बड़ा देखभाल के
Shweta Soni
दो सीमा है
Varun Singh Gautam
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
ग़ज़ल
Neelofar Khan
जीवन में ऐश्वर्य के,
sushil sarna
तेवरी तथाकथित सौन्दर्य की पक्षधर नहीं +विजयपाल सिंह
कवि रमेशराज
सुनो पहाड़ की.....!!! (भाग - ५)
Kanchan Khanna
इश्क
Neeraj Mishra " नीर "
ನೀನೆಷ್ಟರ ಗಂಡಸು???
ಗೀಚಕಿ
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
हरियाली के बीच मन है मगन
Krishna Manshi
3269.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
" शून्य "
Dr. Kishan tandon kranti
हर रोज़ यहां से जो फेंकता है वहां तक।
*प्रणय*
भीगीं पलकें
Santosh kumar Miri
दरख़्त पलाश का
Shakuntla Shaku
Loading...