अवसर आता वोट का, बारम्बार न भाय ।
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
अपने दिल का हाल न कहना कैसा लगता है
विषय-सीता का त्याग महान या उर्मिला का?
होली आ रही है रंगों से नहीं
*आवारा कुत्ते हुए, लोभी नमकहराम (कुंडलिया)*
1.राज "अविरल रसराजसौरभम्"
बाल एवं हास्य कविता : मुर्गा टीवी लाया है।
किसी से भी कोई मतलब नहीं ना कोई वास्ता…….
अगर आप किसी कार्य को करने में सक्षम नहीं हैं,तो कम से कम उन्
जब भी आप निराशा के दौर से गुजर रहे हों, तब आप किसी गमगीन के
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
प्यार में पड़े किसी इंसान की दो प्रेमिकाएं होती हैं,