Sahityapedia
Login
Create Account
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
*प्रणय प्रभात*
69 Followers
Follow
Report this post
13 Jul 2023 · 1 min read
#शेर-
#शेर-
■ बिल्कुल “टमाटर” की तरह। कभी बहुत मंहगे, कभी बेहद सस्ते।।
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
· 195 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Join Sahityapedia on Whatsapp
You may also like:
चीजें खुद से नहीं होती, उन्हें करना पड़ता है,
Sunil Maheshwari
प्यार समर्पण माँगता,
sushil sarna
आप लाख प्रयास कर लें। अपने प्रति किसी के ह्रदय में बलात् प्र
इशरत हिदायत ख़ान
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
अतीत - “टाइम मशीन"
Atul "Krishn"
चिंतन
Dr.Pratibha Prakash
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
Dr. Man Mohan Krishna
🥀*गुरु चरणों की धूलि*🥀
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
मुझसे नाराज़ कभी तू , होना नहीं
gurudeenverma198
वो भ्रम है वास्तविकता नहीं है
Keshav kishor Kumar
शोर है दिल में कई
Mamta Rani
उम्र का एक
Santosh Shrivastava
"युग -पुरुष "
DrLakshman Jha Parimal
"मैं तारीफें झूठी-मूठी नहीं करता ll
पूर्वार्थ
बसुधा ने तिरंगा फहराया ।
Kuldeep mishra (KD)
जिसकी तस्दीक चाँद करता है
Shweta Soni
“बारिश और ग़रीब की झोपड़ी”
Neeraj kumar Soni
मेरे सनम
Shiv yadav
जीवन के दिन चार थे, तीन हुआ बेकार।
Manoj Mahato
दुनियादारी
Surinder blackpen
बच्चा जो पैदा करें, पहले पूछो आय ( कुंडलिया)
Ravi Prakash
😊पर्व विशेष😊
*प्रणय प्रभात*
"" *सिमरन* ""
सुनीलानंद महंत
3611.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
" जेबकतरा "
Dr. Kishan tandon kranti
हमें मजबूर किया गया 'अहद-ए-वफ़ा निभाने के लिए,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
डर लगता है।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
ବାଉଁଶ ଜଙ୍ଗଲରେ
Otteri Selvakumar
जिंदगी बिलकुल चिड़िया घर जैसी हो गई है।
शेखर सिंह
न रंग था न रूप था खरीददार थे मिले।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
Loading...