Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2021 · 1 min read

शेर

तेरी फुऱकत में सोया नहीं महीनों तो क्या हुआ
तुम मिले तो तेरी जुल्फों में सुकून के दो पल गुजार लेंगे.

Language: Hindi
Tag: शेर
2 Likes · 322 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Rajiv Vishal (Rohtasi)
View all
You may also like:
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
*आबादी कैसे रुके, आओ करें विचार (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
चाँद नभ से दूर चला, खड़ी अमावस मौन।
चाँद नभ से दूर चला, खड़ी अमावस मौन।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
ତାଙ୍କଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
अच्छा लगना
अच्छा लगना
Madhu Shah
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
संवेदना कहाँ लुप्त हुयी..
Ritu Asooja
"मधुर स्मृतियों में"
Dr. Kishan tandon kranti
अनपढ़ प्रेम
अनपढ़ प्रेम
Pratibha Pandey
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
बह्र 2122 1122 1122 22 अरकान-फ़ाईलातुन फ़यलातुन फ़यलातुन फ़ेलुन काफ़िया - अर रदीफ़ - की ख़ुशबू
Neelam Sharma
आप इतना
आप इतना
Dr fauzia Naseem shad
मौसम तुझको देखते ,
मौसम तुझको देखते ,
sushil sarna
जय जय हिन्दी
जय जय हिन्दी
gurudeenverma198
स्मृतियाँ
स्मृतियाँ
Dr. Upasana Pandey
नज्म- नजर मिला
नज्म- नजर मिला
Awadhesh Singh
वक़्त का समय
वक़्त का समय
भरत कुमार सोलंकी
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
सिद्धार्थ गोरखपुरी
नारी तेरे रूप अनेक
नारी तेरे रूप अनेक
विजय कुमार अग्रवाल
हिंदी का सम्मान
हिंदी का सम्मान
Arti Bhadauria
कवि एवं वासंतिक ऋतु छवि / मुसाफ़िर बैठा
कवि एवं वासंतिक ऋतु छवि / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
#सामयिक_विमर्श
#सामयिक_विमर्श
*प्रणय प्रभात*
"" *हाय रे....* *गर्मी* ""
सुनीलानंद महंत
तेरे हम है
तेरे हम है
Dinesh Kumar Gangwar
बेख़बर
बेख़बर
Shyam Sundar Subramanian
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
विघ्न-विनाशक नाथ सुनो, भय से भयभीत हुआ जग सारा।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
ले आओ बरसात
ले आओ बरसात
संतोष बरमैया जय
*जिंदगी के अनोखे रंग*
*जिंदगी के अनोखे रंग*
Harminder Kaur
बेदर्दी मौसम🙏
बेदर्दी मौसम🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मातर मड़ई भाई दूज
मातर मड़ई भाई दूज
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
2666.*पूर्णिका*
2666.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
असतो मा सद्गमय
असतो मा सद्गमय
Kanchan Khanna
Loading...