Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2021 · 1 min read

शेर

पनाह में तेरी मां मैं जब तक हूँ महफूज हूँ।
तेरा साथ छुटा तो मुमकिन है फना हो जाऊंगा।।

वीर कुमार जैन ‘अकेला’

Language: Hindi
Tag: शेर
1 Like · 1 Comment · 160 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

*पानी सबको चाहिए, सबको जल की आस (कुंडलिया)*
*पानी सबको चाहिए, सबको जल की आस (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
# लोकतंत्र .....
# लोकतंत्र .....
Chinta netam " मन "
बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन काफ़िया -ऐ रदीफ़ -हैं
बह्र-2122 1212 22 फ़ाइलातुन मुफ़ाइलुन फ़ैलुन काफ़िया -ऐ रदीफ़ -हैं
Neelam Sharma
आदमी खरीदने लगा है आदमी को ऐसे कि-
आदमी खरीदने लगा है आदमी को ऐसे कि-
Mahendra Narayan
लाख देखे हैं चेहेरे, मगर तुम सा नहीं देखा
लाख देखे हैं चेहेरे, मगर तुम सा नहीं देखा
Shinde Poonam
हास्य व्यंग्य
हास्य व्यंग्य
प्रीतम श्रावस्तवी
From I to We- Please Marry Me
From I to We- Please Marry Me
Deep Shikha
King of the 90s - Television
King of the 90s - Television
Bindesh kumar jha
3084.*पूर्णिका*
3084.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
जीवित रहने से भी बड़ा कार्य है मरने के बाद भी अपने कर्मो से
Rj Anand Prajapati
ସେହି ଚୁମ୍ବନରୁ
ସେହି ଚୁମ୍ବନରୁ
Otteri Selvakumar
***************गणेश-वंदन**************
***************गणेश-वंदन**************
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
kab miloge piya - Desert Fellow Rakesh Yadav ( कब मिलोगे पिया )
Desert fellow Rakesh
मेरे पास नींद का फूल🌺,
मेरे पास नींद का फूल🌺,
Jitendra kumar
उदास आंखों का नूर ( पिता की तलाश में प्रतीक्षा रत पुत्री )
उदास आंखों का नूर ( पिता की तलाश में प्रतीक्षा रत पुत्री )
ओनिका सेतिया 'अनु '
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
भावनाओं का प्रबल होता मधुर आधार।
surenderpal vaidya
Go Ahead and Touch the Sky
Go Ahead and Touch the Sky
VINOD CHAUHAN
।।
।।
*प्रणय*
जो सुनता है
जो सुनता है
Meera Thakur
"स्मृति"
Dr. Kishan tandon kranti
माया और ब़ंम्ह
माया और ब़ंम्ह
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रदीप माहिर
पिता प्रेम
पिता प्रेम
Jalaj Dwivedi
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
हैरान था सारे सफ़र में मैं, देख कर एक सा ही मंज़र,
पूर्वार्थ
अपनी यादों को देखा गिरफ्तार मकड़ी के जाले में
अपनी यादों को देखा गिरफ्तार मकड़ी के जाले में
Atul "Krishn"
हर‌ शख्स उदास है
हर‌ शख्स उदास है
Surinder blackpen
संस्कार संस्कृति सभ्यता
संस्कार संस्कृति सभ्यता
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
कलम और तलवार
कलम और तलवार
Kanchan verma
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
यही एक काम बुरा, जिंदगी में हमने किया है
gurudeenverma198
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...