Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
0
Notifications
Settings
jyoti jwala
40 Followers
Follow
Report this post
14 Oct 2021 · 1 min read
शेर
लोग कहते हैं मुझे दुनियादारी निभाना नहीं आता,
क्योंकि मुझे हर चौखट पे सर झुकाना नहीं आता,
Language:
Hindi
Tag:
शेर
Like
Share
1 Like
·
2 Comments
· 288 Views
Share
Facebook
Twitter
WhatsApp
Copy link to share
Copy
Link copied!
You may also like these posts
✍🏻 ■ रसमय दोहे...
*प्रणय*
ग़ज़ल (याद ने उसकी सताया देर तक)
डॉक्टर रागिनी
Home Sweet Home!
R. H. SRIDEVI
धुप मे चलने और जलने का मज़ाक की कुछ अलग है क्योंकि छाव देखते
Ranjeet kumar patre
गम, दिया था उसका
Aditya Prakash
कातिलाना है चाहत तेरी
Shinde Poonam
करुण शहर है मेरा
श्रीहर्ष आचार्य
अब मुझे जाने दे
Jyoti Roshni
मैं उनकी ज़फाएं सहे जा रहा हूॅं।
सत्य कुमार प्रेमी
हम जंग में कुछ ऐसा उतरे
Ankita Patel
आँखों में नींदें थी, ज़हन में ख़्वाब था,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तुझसे परेशान हैं आज तुझको बसाने वाले
VINOD CHAUHAN
4396.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
अपने विचारों को अपनाने का
Dr fauzia Naseem shad
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
जय गणराज
डॉ. शिव लहरी
बड़े हुए सब चल दिये,
sushil sarna
एक उदास लड़की
Shekhar Chandra Mitra
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
यहाँ गर्भ जनता है धर्म
Arun Prasad
*पानी केरा बुदबुदा*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसी ने चोट खाई, कोई टूटा, कोई बिखर गया
Manoj Mahato
Roy79 là cổng game bài đổi thưởng, casino online uy tín hàng
roy79biz
***चाँद पर चंद्रयान उड़ाया है***
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
ज़ख़्म जो दिल पे लगे हैं वो छुपाऊँ कैसे
Johnny Ahmed 'क़ैस'
आवारा बादल
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
*प्रेम*
Priyank Upadhyay
#सूर्य जैसा तेज तेरा
Radheshyam Khatik
पुनर्आगमन
अंकित आजाद गुप्ता
आगमन राम का सुनकर फिर से असुरों ने उत्पात किया।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
Loading...