Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2016 · 1 min read

शेर

लाल माँ के मार दीये कायरों से आज फिर
छीन ली मुसकाँ जवानों के घरों से आज फिर

गोद माँ की छोड़ कर जो इस जहाँ से अब चले
बीतती दिल पर पूछे क्या औरतों से आज फिर

तुम सबक इन जालिमों को क्यों सिखा देते नहीं
वार छिप करते पुछे इन बुजदिलों से आज फिर

चुन कमीनों को सजा दें फंदे पर लटका अभी
छोड़ शान्ति अब ले बदला मुश्किलों से आज फिर

डॉ मधु त्रिवेदी

Language: Hindi
Tag: शेर
73 Likes · 320 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR.MDHU TRIVEDI
View all
You may also like:
कुंडलिया
कुंडलिया
sushil sarna
தனிமை
தனிமை
Shyam Sundar Subramanian
💐प्रेम कौतुक-172💐
💐प्रेम कौतुक-172💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
Ravi Yadav
ना मुमकिन
ना मुमकिन
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के"
Abdul Raqueeb Nomani
एक लोग पूछ रहे थे दो हज़ार के अलावा पाँच सौ पर तो कुछ नहीं न
एक लोग पूछ रहे थे दो हज़ार के अलावा पाँच सौ पर तो कुछ नहीं न
Anand Kumar
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
नवरात्र के सातवें दिन माँ कालरात्रि,
Harminder Kaur
हमने माना अभी
हमने माना अभी
Dr fauzia Naseem shad
डाकू आ सांसद फूलन देवी।
डाकू आ सांसद फूलन देवी।
Acharya Rama Nand Mandal
हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे
हो गये अब अजनबी, यहाँ सभी क्यों मुझसे
gurudeenverma198
मेरा ब्लॉग अपडेट दिनांक 2 अक्टूबर 2023
मेरा ब्लॉग अपडेट दिनांक 2 अक्टूबर 2023
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
#हृदय_दिवस_पर
#हृदय_दिवस_पर
*Author प्रणय प्रभात*
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Shweta Soni
वृक्ष बन जाओगे
वृक्ष बन जाओगे
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
* खूब खिलती है *
* खूब खिलती है *
surenderpal vaidya
हसरतें हर रोज मरती रहीं,अपने ही गाँव में ,
हसरतें हर रोज मरती रहीं,अपने ही गाँव में ,
Pakhi Jain
Starting it is not the problem, finishing it is the real thi
Starting it is not the problem, finishing it is the real thi
पूर्वार्थ
"फ़िर से आज तुम्हारी याद आई"
Lohit Tamta
औरों की उम्मीदों में
औरों की उम्मीदों में
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
कहना ही है
कहना ही है
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
गीतिका-* (रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ)
गीतिका-* (रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
నా గ్రామం..
నా గ్రామం..
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
"स्केल पट्टी"
Dr. Kishan tandon kranti
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
समस्त देशवाशियो को बाबा गुरु घासीदास जी की जन्म जयंती की हार
Ranjeet kumar patre
रे ! मेरे मन-मीत !!
रे ! मेरे मन-मीत !!
Ramswaroop Dinkar
3169.*पूर्णिका*
3169.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
मुलाक़ातें ज़रूरी हैं
Shivkumar Bilagrami
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
*तानाजी पवार: जिनके हाथों में सोने और चॉंदी के टंच निकालने क
Ravi Prakash
Jo kbhi mere aashko me dard bankar
Jo kbhi mere aashko me dard bankar
Sakshi Tripathi
Loading...